जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके; 6 मिनट में बैक टू बैक 2 बार हिली धरती, घरों से बाहर निकले लोग, रिक्टर स्केल पर इतनी रही तीव्रता
Jammu-Kashmir Earthquake Two Times In 6 Minutes Baramulla Today News
Earthquake in Jammu-Kashmir: देश में एक बार फिर धरती हिली है। जम्मू-कश्मीर में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। करीब 6 मिनट में बैक टू बैक 2 बार धरती में कंपन हुआ। जिससे लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई है. दोनों बार आए भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के बारामूला में था। वहीं भूकंप के झटकों से किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
मंगलवार सुबह 6.45 पर पहली बार भूकंप के झटके
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, मंगलवार सुबह 6:45:57 बजे के करीब पहली बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। जमीन के अंदर इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। भूकंप का केंद्र बारामूला रहा। इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.9 मापी गई। वहीं दूसरी बार 6.52:29 बजे के करीब भूकंप के झटके लगे. जमीन के अंदर इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। इस भूकंप का केंद्र भी बारामूला ही रहा। भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता भी 4.9 मापी गई।
पूंछ-कुपवाड़ा के आस-पास के इलाकों में भी झटके
भूकंप के झटके बारामूला समेत पूंछ-कुपवाड़ा और कुपवाड़ा के आस-पास के इलाकों में भी लगे। भूकंप के झटकों के चलते कई लोग घरों से बाहर आ गए। हालांकि इस भूकंप के किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। मालूम रहे कि इससे पहले भी जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। जम्मू-कश्मीर में कई बार भूकंप का केंद्र किश्तवाड़ रहा है। पिछले महीने जुलाई में भी जम्मू-लोश्मीर में भूकंप के झटके लगे थे। जम्मू-कश्मीर के अलावा शनिवार सुबह लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस हुए हैं।
क्यों आता है भूकंप?
बताया जाता है कि, धरती की अंदरूनी संरचना में टैक्टोनिक प्लेट्स (सरल भाषा में चट्टानें) मौजूद हैं। ये प्लेट्स लगातार हलचल करती रहती हैं। इस बीच जब यह इधर से उधर खिसकती हैं, टकराती हैं या टूटती हैं तो फिर तेज एनर्जी निकलती है और इससे धरती में कंपन पैदा होता है और इसे ही भूकंप कहते हैं। यानि धरती ऊपर से जितनी शांत है उतनी इसकी अंदरूनी सतह में हलचल चल रही है।
भूकंप आने पर क्या करें?
भूकंप आने के दौरान अगर आप घर या फ्लैट में हैं तो कोशिश करें कि खुली जगह पर आ जाएं। खासकर फ्लैट में मौजूद लोग जल्द से जल्द बाहर जरूर निकलें। क्योंकि फ्लैट की इमारतें काफी ऊंची होती हैं। ऐसे में इनके गिरने का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं भूकंप के चलते यदि आप बाहर खुली जगह पर आते हैं तो यहां भी आप यह सुनिक्षित करें कि आप किसी बिल्डिंग, पेड़ और बिजली के तारों या खम्भों के नजदीक तो नहीं है। इनसे दूरी बनाकर रखें। आप बिलकुल खाली जमीन को तलाश कर वहां पहुंच जाएं।